Events and Activities Details
Event image

INTERNATIONAL SEMINAR


Posted on 14/12/2023

दिनांक:-11 जून 2023 भोडिया खेड़ा महिला महाविद्यालय में बहुआयामी अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ आयोजन डॉ. भीम राव अम्बेडकर सभा भट्टू कलाँ व चौ. मनीराम गोदारा राजकीय महिला महाविद्यालय भोडिया खेड़ा (फतेहाबाद) के संयुक्त तत्वावधान में ‘डॉ.अम्बेडकर का दर्शन और विचार’ विषय पर आधारित हिंदी और इतिहास विभाग द्वारा एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बहुआयामी संगोष्ठी का आयोजन किया गया । महाविद्यालय परिवार ने डॉ.राजेश मेहता के कुशल नेतृत्व में सभा के साथ मिलकर मुख्यातिथि का हार्दिक अभिन्नदन किया | सभा के प्रधान डॉ. ओमप्रकाश कताला ने स्वागत भाषण में सभा की तमाम गतिविधियों को विस्तार से प्रस्तुत करते हुए अतिथिगण का औपचारिक स्वागत किया। इस संगोष्ठी के मुख्य अतिथि श्रीमती गीता भारती मंडलायुक्त हिसार ने कार्यक्रम की शुरुआत पौधारोपण से की | उन्होंने महिला सशक्तीकरण विषय पर संबोधन करते हुए महिलाओं को अधिकारों के प्रति जागरूक किया | उन्होंने कहा कि जब तक महिलाएँ रूढ़िवादिता का त्याग नहीं करेगी तब तक समाज कभी उन्नति नहीं कर सकता | प्रो.(डॉ.) उमेद सिंह यादव विभागाध्यक्ष अध्यक्ष अंग्रेजी विभाग चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा ने बीज वक्ता के रूप में बोलते हुए बताया कि राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक क्षेत्र में जो विषमताएँ हैं, उनका निराकरण करने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को अपनाते हुए मनुष्य प्रगति के मार्ग पर अग्रसर हो सकता है । जेएनयू नई दिल्ली के प्रोफेसर डॉ. नरेंद्र कुमार ने प्रथम सत्र की अध्यक्षता करते हुए ने अपना शोध पत्र प्रस्तुत करते हुए कहा कि व्यक्ति पूजा की अपेक्षा डॉ. अंबेडकर के विचारों को जीवन में धारण के लिए प्रेरित किया | डॉ विनोद आर्य सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ पंजाब बठिंडा ने डॉ. अंबेडकर के विचारों को जीवन में धारण के लिए प्रेरित किया | डॉ. सुभाष राजकीय महाविद्यालय गुरुग्राम ने राज्य समाजवाद विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत करते हुए बताया कि डॉ. बी आर अंबेडकर की राज्य समाजवाद की अवधारणा की तरफ ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है | मध्याह्न भोजन उपरांत द्वितीय सत्र की अध्यक्षता डॉ. भूप सिंह द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय गुरुग्राम ने अपने शोध पत्र में माता सावित्रीबाई फुले व अंबेडकर के बताए मार्ग पर चलते हुए डॉ. अंबेडकर के समतावादी समाज की स्थापना की जा सकती है | डॉ. उद्दब पीडी प्याकुरेल काठमांडू विश्वविद्यालय नेपाल ने वर्तमान समय में डॉ. अंबेडकर की प्रासंगिकता न केवल भारत में बल्कि साउथ एशियन कंट्रीज के विशेष संदर्भ में अपना शोध पत्र प्रस्तुत करते हुए आर्थिक स्थिति पर बल दिया l डॉ. विनोद आर्य असिस्टेंट प्रोफेसर सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब डिपार्टमेंट ऑफ सोशलॉजी ने डॉक्टर अंबेडकर यूनिवर्सिटी ऑफ नेपाल डिपार्टमेंट ऑफ पॉलीटिकल सोशियोलॉजी ने की ज्ञान मीमांसा पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया | इसी सत्र में विशेष रूप से आमंत्रित प्रोफेसर डॉक्टर संदीप भट्ट माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय भोपाल के क्षेत्रीय सेंटर रीवा मध्य प्रदेश ने सामाजिक न्याय, भारतीय संविधान और डॉ. अंबेडकर का चिंतन पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया | बहुआयामी अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में भारतवर्ष से लगभग 200 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए | इस कार्यक्रम के दौरान सभा द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर गौरव सम्मान, माता सावित्रीबाई फुले सम्मान तथा डॉ.अंबेडकर विद्यार्थी गौरव सम्मान भी प्रदान किए गए। हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ.रमेश कुमार व इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ.राकेश कुमार ने कार्यक्रम का सुव्यवस्थित संचालन किया | कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश मेहता ने सभा द्वारा आयोजित सफल कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए बताया कि यह कार्यक्रम ऐतिहासिक होने के साथ-साथ समाज के लिए प्रेरणा स्रोत है । उन्होंने बाबा साहब के विचारों को अपनाने पर बल दिया । कार्यक्रम के दौरान मंच का कुशल संचालन डॉ. भरत लाल व डॉ. मोहिन्द्र कुमार ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर सभा के सदस्य रमेश चालिया,विनोद घोटड़,सुभाष जनागल, भरत सिंह परिहार,रोहताश परिहार,राजेश पेटवाड़,शमशेर दहिया,नरेंद्र लूना,ज्योति चेयरपर्सन के साथ-साथ कॉलेज से डॉ. लखबीर कौर, डॉ. विजय सिंह, डॉ. गुरनाम चंद, डॉ.विजयंती जाखड़, डॉ.निर्मल कौशिक डॉ.राजीव कुमार,श्रीमती रीटा रानी, प्रीति,शिल्पा,पवन कुमार,डॉ. महेंद्र पाल, डॉ.कपिल, विष्णु, मंजू बाला,डॉ.कविता,श्री संदीप कुमार सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे |